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लेखनी ,# कहानीकार प्रतियोगिता # -01-Jul-2023 मेरा बाप मेरा दुश्मन भाग 17

  

                               मेरा बाप मेरा दुश्मन     ( भाग 17 )

                अब तक के भागौ में आपने पढ़ा कि तान्या व विशाल भागकर  शादी कर लेते हैं जिसके कारण तान्या के मम्मी पापा आत्म शर्तिया कर लेते हैं । तान्या की बेटी रमला अपनी माँ की मौत के बाद अकेली रहवास है जिससे वह जिद्दी होजाती है

          इसके बाद विशाल  सारिका से दूसरी शादी कर लेता है । सारिका की एक सहेली सलौनी  रमला की सुन्दरता देख वह सारिका को लालच देती है कि यह तेरी सौतेली बेटी है इससे पैसा कमाया जा सकता है । इसके लिए  वह दोंनो विक्रम नाम के लड़के को रमला के साथ प्यार का नाटक करने को तैयार  किया। विक्रम रमला को पिकनिक  पर लेकर गया । विक्रम  सलौनी के प्लान  के अनुसार  रमला के साथ सम्बन्ध  बनाकर  वीडियो बनाकर  उसे ब्लैकमेल  करना चाहता 


              सलौनी को रमला पर बहुत गुस्सा आरहा था। लेकिन वह कुछ कर भी नही सकती थी। वह मजबूर थी। सलौनी ने विक्रम पर अब तक बहुत पैसा लगा दिया था। लेकिन उसको अपने प्लान में कोई सफलता नहीं मिलती दिखाई देरही थी।

       इसकी शिकायत वह सारिका को भी नहीं कर सकती थी क्यौकि यह सब उसका ही बनाया हुआ प्लान था। उसने इसके लिए सारिका को तैयार किया था।

     सारिका ने तो पहले मना किया था परन्तु उसने ही सारिका को लालच देकर इसके लिए बहुत कठिनाई से तैयार किया था।विक्रम भी उसका भेजा हुआ ही था।

      सारिका ने तो सभी प्रकार से उसका सहयोग किया था।  उसने  विक्रम को  अपने घर बुलाकर रमला के साथ मिलने का बक्त दिया।

     सारिका ने इसकी खबर अपने पति को भी कानौ कान नहीं हौने दी थी। यदि इसकी थोडी़ सी भी भनक विशाल को लग जाती तो  सारिका का क्या होता।

    अब सलौनी को  सबसे अधिक चिन्ता इस बात की हो रही थी कि वह सारिका को कैसे समझा सकेगी ।कही़ सारिका  का उसकी इन बातौ से उस पर से विश्वास ही न उठ जाय ।

          सलौनी को विक्रम व रमला के प्लान पर किये गये खर्चौ की  भी चिन्ता थी । सबसे अधिक क्रोध उसे विक्रम पर आरहा था कि वह एक लड़की को अपने विश्वास में न ले सका।

        सारिका ने जब सलौनी को फौन करके पूछा कि कल क्या हुआ तब उसने उसे समझाया कि रमला के दोस्तौ की बजह से सब प्लान फ्लाफ हो गया।

      रमला दो दिन बाद घर वापिस आई। उसके पापा ने उससे इस तरह बिना बताये घर से बाहर जाने पर बहुत डाँटा।

      तब रमला ने अपने पापा को बताया कि वह अपनी मम्मी को बताकर गयी थी।  विशाल उस समय तो सारिका से कुछ नही बोला।

       उसने रात को सारिका से पूछा," सारिका तुम आजकल झूँठ बोलना भी सीख गयी हो। जब मैने तुम्है रमला के बाहर जाने के बिषय में पूछा तब तुमने इन्कार कर दिया था कि मुझको कुछ बताकर नहीं गयी है। "

     सारिका बोली," उसने केवल आपके गुस्सा से बचने के लिए झूठ बोला था। "

      विशाल ने पूछा," तब तुम्है उस समय बताना चाहिए था।  तब तुम चुप क्यौ थी? "

   सारिका उसे समझाते हुए बोली," देखो जी लड़की अब बडी़ होगयी है मैने इस लिए नहीं बताया कि वह गलत सोचने लगैगी कि सौतेली हूँ इस लिए  सही बात बतादी आज सगी माँ होते तो ढाल बनकर खडी़ हो जाती। "

     विशाल को सारिका की बात समझ में आगयी ।
वह सारिका से बोला " देखो सारिका तुम्है इसका खयाल रखना चाहिए । मै अब जल्दी ही इसकी शादी करने के लिए लड़के देख रहा हूँ। तुम्हारी जानकारी में कोई लड़का हो तो पता करना। अब मै इसकी जल्दी ही शादी करके अपने फर्ज को पूरा करना चाहता हूँ।"

        सारिका ने ऊपर से तो सहमति जताई लेकिन अन्दर से वह खुश नही थी क्यौकि वह उसको अपना ए टी एम समझने लगी थी। और वह उसको कैस करना चाहती थी। यदि शादी होगयी तब उसका प्लान रखा रह जयेगा।

      सारिका की आँखौ से नींद गायब हो चुकी थी। सुबह विशाल के जाने के बाद उसने सलौनी को फौन करके अपने घर बुलाया।

       उसके घर पहुँचते ही उसने उससे पूछा," सलौनी मुझे तेरा प्लान तो फेल होता नजर आरहा है। ?

     सलौनी ने पूछा," ऐसा क्यौ बोल रही है किसी काम को करने में समय तो लगता है। इतनी बेसब्री क्यौ है ? "

    सारिका उसे समझाते हुए  बोली," रमला के पापा  शीघ्र ही उसकी शादी करके विदा करना चाहते है।    शादी हौने के बाद क्या  करेगी। शादी के बाद क्या मुझ पर अपनी चाल चलेगी। "

       इतना कहकर वह मुस्कराने लगी।
सलौनी भी मुस्कराती हुई बोली," क्या बात है ? क्या अभी तीसरी शादी करने का इरादा है लाडो। बैसे अभी तो तू अठारह की लगती है। कहे तो तेरी भी बोली लगवा के देख लूँ। कसम से बहुत गजब ढादेगी मेरी रानी। "

      वह अपनी भौहें चढाकर बोली " तू तो सीरियस हो गयी मै तो मजाक कर रही थी । मेरी बात को हसी में मत उडा़।"

      "नहीं मै तेरी हसी कैसे बना सकती हूँ तू मेरी सबसे अच्छी सहेली है। मै सही कह रही हूँ तू अभी भी बहुतसौ पर बिजली गिरा सकती है। रंग सावला है मेरी लाडो का तो क्या नाक नक्शा तेरे जैसा बहुत कम मिलता है।", सलौनी उसकी तारीफ के कसीदे गढ़ती हुई बोली।

  सारिका बोली," ओ ज्यादा मक्खन ना लगा। अब आगे क्या इरादा है तेरा। ये कसीदे गढ़ना भूल जा। जो करना है जल्दी कर । ये विक्रम का बच्चा तो यो ही हम दोनौ के मजे लूट रहा है इसमें कोई दम नही है। "

      सलौनी बोली," तेरे पास कोई और प्लान है तो तू ही बतादे। उसको भी आजमा कर देख लैंगे। "

     " ना भाई मेरा दिमाग को ठस है ये प्लान सोचना अपने बस का नहीं है। यह डिपार्टमैन्ट तू ही सम्भाल । मुझे तो काम बता देना  वह कर लूँगी।" सारिका ने जबाब दिया।

                     "क्रमशः"


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2 Comments

Abhilasha Deshpande

16-Aug-2023 11:21 AM

Nice

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Gunjan Kamal

19-Jul-2023 03:35 AM

👌👏

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